- 117 Posts
- 2690 Comments
ज्योतिषी…… कभी तोते के सहारे पर्चा उठवाकर भविष्य बताने वाला, तो कभी टैरो कार्ड से, कभी जन्मकुंडली से तो कभी हाथों की रेखाओं से…….. तो कभी अंकों से……भूत ओर भविष्य बताने वाला…….एक रहस्य की कैसे ये सब कुछ बता लेता है…….. या कभी शक की ये लोग हमेशा मूर्ख बनाते है……….
..
आज जबकि लोग एमबीए, एमसीए, बीबीए, बीसीए, बी.टेक. एम टेक ओर मेडिकल जैसे महंगे कोर्सों पर खर्चा कर रहे है ……… ऐसे मे ज्योतिष का कोर्स सस्ता ओर उच्च पद तक पहुंचाने वाला हो सकता है……. इस फील्ड मे संघर्ष कम …… ओर अवसर अधिक……. हालांकि अभी ये कुछ अजीब सा लग सकता है……….. पर आने वाले समय मे ज्योतिष सर्वोच्च पदों पर पाये जा सकते है……..जितनी तेजी से व्यावसायिक संस्थान खुले उतनी ही तेजी से शायद अब ज्योतिष संस्थान खुल जाएँ……… ओर तब शायद इसकी पढ़ाई महंगी भी हो सकती है…. इस लिए सभी युवाओं से अनुरोध की शीघ्र किसी ज्योतिष केंद्र मे प्रवेश लें……….
..
कई बार इनको झूठा ओर फरेबी बताया गया…. ओर कुछ वास्तव मे झूठे लोगों ने इस परंपरा को बदनाम कर दिया……… ग्रहों ओर नक्षत्रों के सहारे भविष्य बताने वाले लोग संदेह के घेरे मे आ गए…….. और धीरे धीरे ये परंपरा अपने पतन की ओर बढ्ने लगी….. लोगों का इसके प्रति रवैया शंका भरा हो गया……..
..
वास्तव मे ये हमारे देश की प्राचीन परंपरा है…….. हमारे पुराने समय को यदि याद किया जाए तो वहाँ कई बड़े बड़े ज्योतिषों के उदाहरण हैं………… जैसे एक ज्योतिष ने गौतम बुद्ध के जन्म के समय ये भविष्य वाणी कर दी थी की ये बालक एक महान सन्यासी होगा….. और कई प्रयासों के बाद भी उनके पिता इस भविष्यवाणी को झूठा नहीं कर सके………… … अपने गौरवमय अतीत के बाद कई चलते फिरते लोगों द्वारा इस विज्ञान को बिना जाने व्यवसाय बनाने के कारण इस महान परंपरा ने अपनी पहचान खोनी शुरू कर दी……
..
किन्तु समय बड़ा बलवान होता है……. समय का पहिया घूमा ओर एक बार फिर ज्योतिषों का स्वर्णिम युग आने वाला है ………. वो दिन दूर नहीं जब की इस ज्ञान से जुड़े लोगों की चाँदी आने वाली है……. और इस के लिए वर्तमान कांग्रेस सरकार की जितनी तारीफ की जाए कम है……. माननीय प्रधानमंत्री महोदय व उनके कुछ मंत्रियों ने ज्योतिष के विकास के लिए……… ओर युवा पीढ़ी को इस महान परंपरा से जोड़ने के लिए जो किया वो अतुलनीय है………..
..
महंगाई पर लागम लगाने से संबन्धित प्रश्न पर पहले कृषि मंत्री ओर अब प्रधानमंत्री द्वारा दिये गए वक्तव्य की मैं ज्योतिषी नहीं हूँ……… ने भारतीय राजनीति को एक नयी दिशा दी है ……….. ओर साथ ही साथ ज्योतिष की परंपरा को फिर से समृद्ध बनाने की महान कोशिश की है………..
..
अब सारी जनता को समझ लेना चाहिए की माननीय प्रधानमंत्री व कृषि मंत्री स्पष्ट संदेश दे रहे हैं की की वोट उसको न दो जो अर्थशास्त्र मे गोल्ड मैडल जीता हो बल्कि उसी को दिया जाए जोकि भले ही पढ़ा लिखा न हो……. भले ही किताब न पढ़ पाये …. पर ग्रहों की गति … हाथों की रेखा….. टैरो कार्ड ….. जन्मकुंडली पढ़ने के योग्य हो……… ताकि भविष्य मे हमें किसी मंत्री द्वारा किसी भी विषय मे ये न सुनना पड़े की …….. मैं ज्योतिष नहीं हूँ……….
..
तो युवा वर्ग से अपील है की अधिक से अधिक संख्या मे इस परंपरा से जुड़ें…….. ताकि भविष्य मे राजनीति मे कदम रख कर देश को महंगाई … आतंकवाद ओर भ्रष्टाचार से दूर रख सकें…… तो चुनिये एक विकल्प चाहे कुंडली, चाहे अंक ज्योतिष, चाहे तोता, चाहे टैरो कार्ड ओर चाहे हस्त रेखा ज्ञान………….. ओर बनिए …….. प्रधान मंत्री……. कृषि मंत्री…… रक्षा मंत्री………….आदि…………………
..
अपने पूर्व के ब्लॉग की तरह मैं फिर एक बार ज्योतिषों की ओर से कांग्रेस सरकार जिंदाबाद कहने की उम्मीद करता हूँ……..
..
Read Comments