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भारत महान देश था……

परिवर्तन की ओर.......
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मेरे पास कुछ नया लिखने का समय नहीं है……. इस लिए अपने एक पुराने लेख को ही फिर पोस्ट कर रहा हूँ……. जो मैंने पिछले 15 अगस्त को छापा था ……

परिस्थितियाँ तब से कुछ भी अलग नहीं है…….. पर एक बदलाव की आहट जरूर सुनाई दे रही है………. जो शायद अगले 15 अगस्त को कुछ नया रूप दे सके …..


मेरा भारत महान……. एक ऐसा वाक्य जिसे हम भारतीय अक्सर कहते रहते है………… कहीं न कहीं ये हमारे अहं को तृप्त करने का एक तरीका है…………. भारत महान है तो इसका अर्थ ये हुआ की हर भारतीय महान है………….. ये वो देश है जहा माँ- बाप के लिए उसका बेटा सबसे अच्छा होता है…………… मगर कई बार बाकि लोग उनसे सहमत नहीं होते.
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ऐसा ही हाल कुछ भारत का है हम अपने अन्दर इसको महान कहते कहते मर जाते है पर ऐसा कुछ नहीं करते की अन्य देश कहे की भारत महान है……..` मेरा भारत महान हर हिन्दुस्तानी ये शब्द कहते हुए एक अजीब सी गर्वानुभूति करता है…………….. उसके अन्दर कही ये भावना रहती है की भारत महान है क्योंकी वो यहाँ पैदा हुआ है………………

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इस देश की खूबियाँ :
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ये वो देश है जहाँ पिज्जा Ambulance और Police से जल्दी पहुच जाता है.
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जहाँ कार लोन शिक्षा के लिए मिलने वाले लोने से सस्ता है.
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जहा आटा चावल तेल चीनी गरीब की पहुच से दूर है लेकिन सिम कार्ड फ्री है.
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जहाँ अरबपति लोग गरीबो के जीवन स्तर में सुधार हेतु दान देने की तुलना में क्रिकेट टीम खरीदते हैं.
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जहाँ हम चाय की दुकान पर खड़े होकर बाल श्रम पर चर्चा करते है और यहाँ तक कह देते है की ऐसे लोगो को गोली मार देनी चाहिए जो बालश्रम करवाते है. और फिर आवाज लगाते है ओये छोटू साले कहा मर गया चाय कल लायेगा क्या……..

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ये वो देश है जहाँ वतन पर मरने वालो को आतंकवादी करार दिया जाता है. ( मुम्बई मई ICSE 6th क्लास की Social Science की बुक के पेज ६४-६५ में भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु को आतंकवादी बताया गया है.) और अफजल गुरु और कसाब जैसे लोगो को सरकारी खर्चे पर पाला जाता है.


जहा छोटी छोटी बात पर ठाकरे परिवार आन्दोलन कर देता है उस मुंबई में भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु को आतंकवादी कहा गया है……….. और ठाकरे परिवार की और से कोई प्रतिक्रिया नहीं आती है क्यों की ये तीनो में से कोई भी मराठी मुद्दे पर वोट नहीं दिला सकता है ………. तो क्या अन्य राज्यों में शिवाजी जैसे राष्ट्र भक्त को आतंकवादी कहने पर ठाकरे परिवार की और से छुट है. राष्ट्र भक्त कभी सीमाओं के बंधन में नहीं रहते… आजाद, भगत सिंह, और अन्य लोगो का आन्दोलन अपने राज्यों को स्वतंत्र करने भर का नहीं था उनके लिए केवल एक देश था जो टुकडो में नहीं बटा था….

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फिर भी लोग कहते है की मेरा भारत महान…………….. उस से ये पूछा जाये की आखिर भारत क्यों महान है……………. तो जवाब में आने वाले उत्तर ये होते है…………….. किन्तु अगर भारत को महान कहने से आपका अपने अहं को तृप्त करना ही लक्ष्य है तो ठीक है ………….. अन्यथा अगर आप अपने अहं से ऊपर उठ कर सोचे तो आपका हर उत्तर जो भारत की महानता की व्याख्या कर रहा है वो एक नए प्रश्न को जन्म देगा…………….. आपके साधारणतः दिए जाने वाले जवाब जो शायद मेरे भी है ……………… पर मेरे पास उनके लिए नए प्रश्न भी है……. वो इस प्रकार है……
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भारत महान है क्योकि ये वो देश है………………..

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उत्तर:१. जहाँ गंगा बहती है.
प्रश्न: किन्तु नदियाँ सभी देशों में बहती हैं और वो सभी बिलकुल साफ़ हैं……. और ये तो अपमान की बात है की जिस गंगा को आप अपने देश में बहना गौरव का विषय मानते हों उसी गंगा में न जाने कितना कूड़ा कितने नालो का पानी रोज डाला जाता है…….

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उत्तर:2. जहाँ कण कण में भगवान है.
प्रश्न: किन्तु जो लोग यहाँ कण कण में भगवान को देखने में सक्षम है…….. क्या उन्हें दुनिया के किसी अन्य कोने में ये अनुभूति नहीं होगी. क्या केवल सीमा परिवर्तन (सीमा जोकी मानव की बनायीं है) से भगवान की कणों में वियाप्ता समाप्त हो जाती है. यदि हाँ तो क्या भगवान भी मानव द्वारा निर्मित सीमाओ को मानता है……………. क्या राम की महिमा लंका मे कम हो गयी थी……… क्या हनुमान की शक्ति लंका मे क्षीण हो गयी थी…….. या क्या विभीषण को लंका मे राम नाम से ही हनुमान नहीं मिले………….. .


उत्तर:3. जहाँ संस्कारो को प्राथमिकता दी जाती है.
प्रश्न: क्या यही वो देश नहीं जहाँ संस्कारो को छोड़ने के लिए लोग छटपटा रहे है………… क्या माता पिता गुरु देवता वाले संस्कार अभी भी है…. क्या अभी भी लज्जा नारी का सोंदर्य है……………. या नारी का सोंदर्य (वेश भूषा) देख कर दर्शक को लज्जा की अनुभूति हो रही है.


उत्तर:4. भारत ने अपने 10 हजार साल के इतिहास मे कभी किसी अन्य देश पर आक्रमण नही किया…………….. भारत पर अनेकों आक्रमण हुए हैं और भारत ने अपनी आधी से अधिक भूमि खो दी है…………….. लेकिन इस देश ने कभी किसी देश पर हमला नही किया………………..
प्रश्न: क्या ये गर्व का विषय है, वो देश जहाँ गीता जैसा महाज्ञान युद्ध के  मैदान मे दिया जाता है…………….. जहाँ अधर्म का नाश करने की शिक्षा दी जाती है… वो आक्रमणों के बाद या अपनी ही कमजोरी से अपनी जमीं से हाथ धो देता है……….. और हम कहते है ये हमारी महानता है.. क्या कमजोर की कमजोरी कभी उसकी महानता हुई है……………… क्या अंधे का अँधा होना महानता है. हमारे देश के जयचंदों ने इस देश को डुबाया है और हम इनको महानता मानते है…………..


उत्तर.5. दूनिया की प्रथम विश्वविद्यालय तक्षशिला में ईसा पूर्व 700 मे स्थापित की गई थी. वहाँ दूनिया भर से आए 10 हजार से अधिक छात्र पढते थे. इसके अलावा भारत में नालंदा जैसी अति आधुनिक विश्वविद्यालय भी थी.
प्रश्न: वर्तमान में भारत में शिक्षा का स्तर क्या है. भारतीय लोग बाहर देशो के विश्वविद्यालयों में पढने जा रहे है. लाखो / करोडो लोग ऐसे है जो प्राथमिक शिक्षा से आगे नहीं पढ़ पाते है…… स्कूल है शिक्षक नहीं…….


उत्तर.6. संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है………. सभी यूरोपीय भाषायें संस्कृत पर आधारित मानी जाती है….. फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार कम्प्यूटर से लिए सबसे उपयुक्त भाषा भी संस्कृत ही है…………
प्रश्न: आज भारत में कितने लोग ऐसे है जो इस भाषा को जानते है. जिस भाषा पर हम गर्व करने की बात कर रहे है उसको वास्तव में हम खुद प्रयोग नहीं कर रहे. तो क्या वो वास्तु जिसे हमने कही एक कोने में फेक दिया है उसपर गर्व कर सकते है.


उत्तर:7 : बेतार सूचना माध्यम की खोज जगदीश बोस ने की थी, हालांकि उनकी खोज सुर्खियों मे नही आ पाई और इस खोज का श्रेय मारकोनी को मिला.
प्रश्न: परिस्थितिया आज भी नहीं बदली हैं. आज भी कई भारतीय कई क्षेत्रो में नयी नयी खोज कर रहे है………….. पर सरकार के पास उनके लिए कुछ नहीं है………….. अपनी जमा पूजी लगा कर खोज कर रहे लोगो को भी सरकार कोई सम्मान नहीं दे रही. प्रतिभा का कोई सम्मान नहीं है………… ये क्या गर्व की बात है?


उत्तर:8: शतरंज अथवा अष्टपद की खोज भारत मे हुई थी.
प्रश्न: लेकिन क्या एक दो बड़े नामो को छोड़ कर हमारे पास कोई खिलाडी है…………… जिस खेल की खोज भारत में हुई वो भारत का राष्ट्रीय खेल नहीं है. जो लोग इस खेल को अपना कैरिअर बनाने की सोचते है उनको भी अपना भविष्य का पता नहीं है…………… यहाँ क्रिकेट के अतिरिक्त अन्य किसी खेल में सम्मान नहीं दिया जाता………… जहाँ खेल प्रतिभाओं में भेदभाव हो उस देश को महान कैसे कहा जाये.

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उत्तर:9: भारत दूनिया के उन गिने चुने देशों मे से एक है जिसने अपनी स्वतंत्रता अहिंसक आंदोलन चला कर प्राप्त की……….
प्रश्न: मगर उस आन्दोलन की धुरी बन चुके महात्मा गाँधी को इस भारत के ही एक सपूत ने मार दिया. और आज भी गाँधी को कोसने वाले लोगो की कमी नहीं.

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उत्तर:10: दूनिया मे वैज्ञानिको और इंजीनियरों की संख्या के मामले मे भारत दूसरा सबसे बडा देश है……….
प्रश्न: तो विश्व के सबसे आधुनिकतम देशो में भारत का नाम क्यों नहीं है. क्यों अन्य देशो की तुलना में यहाँ नयी खोज कम हो रही है. क्यों ये देश अभी भी बिजली पानी सड़क जैसे मुलभुत सुविधाओं से दूर है.

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उत्तर:11: भारत जैसी धर्मनिरपेक्षता अन्य किसी देश मे नही देखी जा सकती है. भारत मे जन्मे चार धर्म हिन्दू, बौद्ध, जैन और सिख को दूनिया की एक चौथाई आबादी मानती है. भारत मे 3 लाख मस्जिदें है, इतनी तो किसी भी मुस्लिम देश मे भी नही है. यहूदी और ईसाई धर्म के अनुयायी भारत मे ईसा पूर्व 250 और 50 साल पहले आए थे और यही बस गए थे.

प्रश्न: जहाँ मंदिरों मस्जिदों को आग लगाने या तोड़ कर गिरा देने में लोग पीछे नहीं रहते. ईसाई मिशनरिया धर्म परिवर्तन के लिए लालच देती है, ओर सरकारें उनको प्रोत्साहन ……….. जहां अपने ही एक राज्य मे झण्डा फहराना एक चुनौती सा लगने  लगता है…….. राजनेता इसमे धार्मिक उन्माद की आशंका जाता देते हैं………… यहाँ सरकार तक धर्म और जात के आधार पर बन जाती है. इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद हुए दंगो में जिस तरह एक समुदाय विशेष के लोगो के संग हिंसा हुई. वो सभी जानते है…………. क्या ऐसे देश को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं. कोई राष्ट्र धर्मनिरपेक्ष तब कहा जा सकता है जब वह सभी धर्मावलम्बी एक दुसरे धर्म का सम्मान करते हुए परस्पर भाई चारे कर साथ रहे…………… जितनी राष्ट्रीय संपत्ति सांप्रदायिक दंगो के समय नष्ट होती है. उतनी राष्ट्र निर्माण में लग कर राष्ट्र उन्नति में लग सकती है…………. .


ये देश पूर्व में महान था किन्तु हमने इस देश को उस मुकाम पर पंहुचा दिया है जहा मुह से तो ये गर्वोक्ति की जा सकती है की मेरा भारत महान लेकिन ये बात दिल से नहीं कही जा सकती है. और सबसे अफ़सोस की बात ये है की युवा वर्ग भी इस और से मुह फेरे है की कैसे इस देश को इसका खोया हुआ मुकाम दिलाया जाये…………………

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